सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके

एक परिचय ” सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके “

क्या आप सुबह उठने के कई बार असफल प्रयास कर चुके हैं ? तो पढ़िए पूरा ब्लॉग पोस्ट “सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके”

क्या आप सुबह उठने के लिए कई बार अलार्म का भी प्रयोग कर चुके पर असफलता हाथ लगी है ?

क्या जब आप सुबह उठने का प्रयास करते हैं तो उस वक्त आपको आलस्य घेर लेती है? यदि हाँ तो सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके आपके लिए ही लिखा गया है।

क्या जब अलार्म बजती है उस वक्त अनजाने आप उसे ऑफ कर देते हैं ?

कई बार आपने खुद से प्रॉमिस भी किया होगा कि अब मुझे सुबह उठने से कोई नहीं रोक पायेगा पर फिर भी आप असफल रहे। तो आप मायुश मत होईये ; आप सही ब्लॉग पोस्ट पर आ गए जहाँ हम आपको सुबह उठने के 9 तरीके के द्वारा पुरे विस्तार से वह सारे जानकारी प्रदान करने का प्रयास करेंगे जो आपको सुबह उठने में काफी मदतगार साबित होने वाला है। मैं इस पोस्ट में आपको वो सारे व्यावहारिक उपाय तथा वो सारे संभव और प्रैक्टिकल तरीके बताने वाला हूँ, जिसे फॉलो करना आसान और जोश से भरा होने वाला है। जितने भी तरीके आपको बताये जाएंगे उसे अपने जीवनचर्या में आजमाने के सरल और अनोखा रास्ता भी बताया जायेगा और सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके भी सुझाये जायेंगे; जो आपके बुरी आदतों को ठीक करने में काम आएगा।

अलग-अलग देशों ,संस्कृतियों और व्यवस्थाओं में सोने के सम्बन्ध में परम्पराएं और ढंग अलग-अलग हैं। लेकिन जिस तरह से लोग आधुनिकता के नाम पर आजकल सोने और जांगने को लेकर लापरवाह बनते जा रहे हैं। स्मार्ट फ़ोन और सोशल मीडिया की पकड़ लोगों पर इस तरह बनती जा रही है कि आने वाले कुछ वर्षों में यह एक गंभीर समस्या बनकर उभरेगी या कहें उभर चुकी है। इससे विश्व के लगभग सभी देश सामान रूप से हो प्रभावित हो रहे हैं और होंगे। ऐसे में अगर आप सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को आजमाते हैं तो आपको न केवल सुबह उठने में मदत मिलेगी बल्कि साथ ही साथ स्वास्थ्य में गुणात्मक सुधार होंगे। पर्याप्त नींद ले पाना और सुबह फिर से तरोताजा उठ पाना; एक बड़ी चुनौती वर्षों से है। अभी के हालात ऐसे हैं कि 3 वयस्कों में से कम से कम 1 व्यस्क पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं। यह एक बड़ी तादात है इसे नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्हें नींद पाने के लिए काफी दद्दोजहद करनी पड़ रही है। नींद की गोली उनके जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। पहले ऐसा माना जाता था कि नींद नहीं आने की समस्या( इंसोम्निया) केवल विकसित देशों में ज्यादा देखी जाती है। पर ऐसा अब बिलकुल भी नहीं है। आज विकासशील देशों को भी इन्ही समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है और इन समस्याओं से प्रश्न उठता है कि क्या प्रयाप्त नींद लेने की टेक्निक विकसित हो सका है ? हम इस ब्लॉग पोस्ट “सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके ” में विस्तार से चर्चा करेंगे कि कैसे खुद को मोटीवेट करने के साथ-साथ बाध्य भी करना सीखें ।

सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके

1. सोने के नियमित दिनचर्या को सुनिश्चित करें:-

सोने और जागने का शेड्यूल बनाना आपके सोने और जागने के पूरी प्रक्रिया को नए रूप देने में काफी सहायक साबित होगा क्योंकि जब आप इस तरह के आदत को बनाने की शुरुआत दिल से करते हैं तो आपके अंदर की जैविक घड़ी आपको तय समय पर सुचना देने लगती है कि अब समय हो गया है सोने का या जागने का।

इसे विस्तार से समझने के लिए हार्मोन्स का जैविक घड़ी के साथ अन्तर्सम्बन्ध को समझना जरुरी है। ये जैविक घड़ी आपके अंदर के हार्मोनल बदलाव से चलता है जैसे- मस्तिष्क के अंदर पाए जाने वाले पीनियल ग्रंथि अँधेरे में मेलाटोनिन नामक हार्मोन्स रिलीज़ करने लगता है। उस वक्त इस हार्मोन्स की अधिकता के कारण नींद की मात्रा और गहराई दोनों बढ़ जाती है। लेकिन अगर आप रात में ज्यादा समय तक मोबाइल पर समय गुजारते हैं या किसी अन्य कारण से प्रकाश के साथ ज्यादा देर तक संपर्क में रहते हैं; तो आपके अंदर इस हार्मोन्स का निकलना कम होने लगता है और आपकी नींद चली जाती है। आपके अंदर बहुत तरह के विचार चलने लगते हैं और तनाव पैदा हो जाता है जो एक नए हार्मोनल बदलाव को जन्म दे देता है। अब एक नया हार्मोन्स एड्रेनालाईन रिलीज़ होने लगता है जो आपके तनाव के स्तर को बढ़ाना शुरू करता है। और आपकी दिनचर्या अस्त-व्यस्त होने लगती है। आप समझ ही नहीं पाते हैं आपके साथ क्या हो रहा हैं। फिर इसे विधि की विधान समझ कर जीवन व्यतीत करने लगते हैं। जबकि आप चाहें तो सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके के माध्यम से अपने नींद के समय में बदलाव कर इसमें सुधार कर सकते हैं।

सामान्यतया हम किसी भी नियम के साथ बंधना पसंद नहीं करते, चाहे उसके लिए हमें कोई नुकसान ही क्यों नहीं उठाना पड़े। सोने के समय का नियमित शेड्यूल बेहतर नींद को बढ़ावा देता है, जो यह गारंटी दे सकता है कि आप जल्दी उठेंगे तो आराम महसूस करेंगे आपके शरीर में फुर्ती और ताजगी बनी रहेगी। तो ऐसा कौन होगा जो सबकुछ जानते हुए भी खड्ड में गिरना चाहेगा? इसलिए अगर आप अपने जीवन में सुधार चाहते हैं और अपने अंदर के जैविक घडी के साथ-साथ हार्मोनल बैलेंस को भी बनाये रखना चाहते हैं तो सुबह उठाने के 9 यूनिक तरीके में से इस तरीके को अपने जीवन में उतारने का प्रयास आज से ही शरू कर दें। अगर हम स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं तो हमें समय पर सोना और जागना सीखना ही पड़ेगा। और 7 से 9 घंटे की नींद लेने के लिए आपको 9 से 10 बजे के बीच सोने की आदत डालनी ही पड़ेगी।

स्वस्थ नींद के लिए

2.अपने अलार्म घड़ी को अपने से दूर रख के सोएं

एक अध्ययन के मुताबिक ऐसा पाया गया कि 57 प्रतिशत लोग जब मोबाइल या अलार्म घड़ी की घंटी सुबह बजती है तो उसे स्नूज़ ( कुछ देर के लिए टाल देना ) कर देते हैं। सबसे बड़ी समस्या यहीं से शुरू होती है। जब हम कुछ देर के लिए अलार्म को आगे के लिए टाल देते हैं तो उस समय हम अर्द्धनींद की अवस्था में होते हैं, यानि सोये-सोये और जागे-जागे भी; उस वक्त होता क्या है कि हमारा मन और भी चिड़चिड़ा हो जाता है और सुबह उठने की हमारी सम्भावना और भी क्षीण हो जाती है। फिर हम कड़कड़ा के यानि दबा के सो जाते हैं। फिर घंटे-दो घंटे बाद जगते हैं और फिर पछताते हैं.

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में से एक मस्त उपाय हम आपको बताने जा रहे हैं। जिसे आप अगर मन बना लें तो जरूर पूरा कर लेंगे। यह उपाय बहुत ही आसान है बस आपको दो काम करना होगा। पहला आप अपना माइंड सेट कर लें कि हमें सुबह उठना ही है चाहे कुछ भी हो जाय। दूसरा कि अपने अलार्म घडी या मोबाइल को अपने बेड से कम से कम इतना दुरी पर रखें कि आपको बिछावन से उठना ही पड़े यानि बिछावन से आप किसी भी हाल में उसे बंद ना कर सकें। जब घंटी बार-बार बजती रहेगी तो आपकी नींद उचट जाएगी और अगर आप फिर से सोना भी चाहेंगे तो सो नहीं पाएंगे। किसी तरह सोने का प्रयास भी करेंगे तो नींद आएगी ही नहीं। और अगर नींद आ भी गयी तो सुबह उठने पर मन भारी-भारी लगेगा। और ऐसा कौन इंसान होगा जो अपने मन को भारी-भारी रखना चाहे।

इस प्रक्रिया को चार-पांच दिन न चाहते हुए भी दोहराएं। जिद्दी लोग इसे कम से कम 10 दिन अवश्य दोहराएं। सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में ये बहुत ही कारगर तरीका है। यह जिद्दी और आलसी लोगों में बहुत ही प्रसिद्ध है। कृपया इसे 10 दिन आजमाकर देखें। मेरी गारेंटी है कि आपको सुबह उठने से कोई नही रोक पायेगा। t

3.सुबह की प्रारंभिक दिनचर्या सुनिश्चित करें :-

सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में इस उपाय का अपना अलग ही महत्त्व है जो आपको सुबह उठाने के साथ-साथ आपके आंत की भी सफाई करती है। सबसे पहले सुबह उठते ही गर्म पानी का सेवन करें। गर्म पानी के सेवन से शरीर न केवल विषाक्त पदार्थों को बहार निकाल देता है बल्कि शरीर का तापमान भी बढ़ा देता है जो आपको ऊर्जा से भरा रखेगा और आप तरोताजा महसूस करेंगे। गर्म पानी में अगर आप शहद या निम्बू का रस मिला दें तो आपकी ऊर्जा का स्तर और भी बढ़ जायेगा। ये उपाय आपको सिर्फ रिफ्रेश ही नहीं करेगा बल्कि आपको यह भी लगने लगेगा कि सुबह न उठकर मैं एक बहुत बड़ी गलती कर रहा था शायद आप गौर न किये होंगे यही बात हमारी आदत को निर्मित करता है।

जब तक आप किसी चीज को बहुत ही गंभीरता से ना लेंगे तो उसको बदल पाना संभव नहीं हो पता है। जब आप जीवन कि ताजगी को एक बार महसूस कर लेंगे तो भला आप सोये कैसे रह सकते हैं ? हमने इस पोस्ट में सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके बताये हैं। खुद को बदलें। बदलाव पॉजिटिव हों तो अच्छा है, परन्तु यदि आप चाय पीने के आदि हैं। आप चाहें तो सुबह उठते ही चाय या कॉफ़ी भी पी सकते हैं। ध्यान रहे चाय और कॉफ़ी में पाए जाने वाले तत्व शरीर के लिए लाभदायक नहीं है पर आपके नींद को भागने में कारगर है। इसीलिए रात को सोने के वक्त इसे पीने से मना किया जाता है।

4. एक्सरसाइज और योग :-

योग और व्यायाम के महत्त्व से हर कोई वाकिफ है। मैं आपको यहाँ कुछ योग विधियां बताने जा रहा हूँ, जो एक वजह बनेगा कि सुबह क्यों उठा जाय और सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को क्यों अपनाया जाय। अगर आप इसे सूर्योदय के पहले करेंगे तो आपको चमत्कारिक परिणाम मिलेंगे। आप निश्चित ही कहेंगे कि खुद को रिफ्रेश करने के ऐसे उपाय मुझे शुरू से ही अपनाना चाहिए था। मैं इन विधियों को अपने जीवन में उतारने के बाद आपको सुझाव दे रहा हूँ क्योकि मैं भी कभी 8 बजे के आसपास उठता था परन्तु जब से सुबह की ताजगी और ऊर्जा को महसूस किया हूँ; तब से ना चाहते हुए भी मैं खुद को सूर्योदय से पहले उठने से नहीं रोक पता हूँ। मैं अभी 40 के आसपास हूँ परन्तु मुझे लगता कि मैं तो अभी 20 साल का ही हुआ हूँ। सुबह ऊर्जा का स्तर इस कदर बढ़ा होता है कि बिना वजह ही दौड़ने, कूदने का मन करने लगता है। आप 15 दिन सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को आजमाकर देंखे तो आपको मेरी बातों कि सच्चाई पता चलेगा और फिर आप मुझे धन्यवाद जरूर देंगे।आप हमेशा के लिए अर्ली राइजर बन जायेंगे।

सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके का मुख्य बिंदु है कि कैसे प्राण वायु (Ozygen) से भरा जाय। सवर्प्रथम आपको भ्रस्तिका योग को बिना रुके कम से कम 5 मिनट तक लगातार करना है। अपने फेफड़ा को लोहार कि धौकनी बना देना है। अगर आप बीमार हैं तो इसे स्थिरता से करना सीखें एवं कुछ सावधानियां रखनी है। अगर आप सही से भ्रस्तिका कर रहे हैं तो आप पसीने -पसीने हो जायेंगे आपको ऐसा लगेगा कि आप ऊर्जा के पुंज हो गए हों। इसी तरह आपको अनुलोम-विलोम और कपाल भाति भी करना है। इन योगा को आप अगर लगातार एक महीने तक दोहराएंगे और इसका असर आप देखेंगे तो आप सुबह उठने के लिए मजबूर हो जायेंगे।आप ना भी उठना चाहेंगे तो भी आपको उठना ही पड़ेगा। यह मेरा पर्सनल अनुभव है।

5.नींद के माहौल को अनुकूलित करना :-

नींद के सम्बन्ध में कहा जाता है कि यह ईश्वर (GOD) के तरफ से इंसान को मिला हुआ सबसे बड़ा उपहार (gift) है। अगर आपके पास दुनिया का सबसे बड़ा पद और धन भी क्यों न हो लेकिन नींद ना हो तो आप सबसे अभागे इंसान बन जाते हैं। इसलिए नींद के महत्व को समझना होगा और इसे व्यक्तिगत तौर पे अपने अनुकूल बनाना होगा। सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को अपनाकर अपने जीवन में सकारात्मक बदलाब अगर लाना है तो नीचे दिए गए सोने के टिप्स को ध्यान पूर्वक पढ़ें।

5.1 शयनकक्ष की भूमिका:-

आपने कभी ध्यान नहीं दिया होगा कि आपके बैडरूम की रुपरेखा ,व्यवस्था या स्थिति आपके नींद को किस तरह प्रभावित करता है। जैसे कि अगर आपके बैडरूम में बेड की दिशा वास्तुशास्त्र के हिसाब से है तो आपको रात में गहरी नींद आएगी। इसी प्रकार से अगर आपके रूम में अँधेरा है तो मेलाटोनिन हार्मोन्स ज्यादा बनेगे और अच्छी नींद पा सकेंगे। जहाँ हम सोते हैं वहां शोरशराबा न हो, और ठंढक हो; इसका हमें विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए। बेड की क़्वालिटी काफी अहम् स्थान रखता है आपके नींद को बनाये रखने में। अगर संभव हो तो हमें अपने शयनकक्ष की व्यवस्था इस ढंग से करना चाहिए कि सूर्योदय होते ही सूर्य की किरण सीधे बैडरूम में पहुँच जाय। सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में से ये काफी महत्वपूर्ण तरीका है। इसे अपनाकर अपने में बदलाव कर सकते हैं। इन चीजों का ध्यान रख कर अपने नींद की गुणवत्ता में सुधार करने का प्रयास जरूर करें।

5.2 सोने से पहले उत्तेजक पदार्थों से परहेज :-

रात्रि में नींद से पहले आजकल विशेष रूप से नगरों और शहरों में कुछ स्नैक्स या ड्रिंक की प्रथा लोगों को नींद से दूर करने का एक महत्वपूर्ण वजह बनते जा रहा है। प्रॉपर नींद के बिना सुबह जागना असंभव है अर्थात अगर आपको पर्याप्त नींद ना मिले तो एक तरह की बेचैनी बानी रहती है और ऊर्जा का स्तर गिर जाता है और आपका सुबह उठ पाना असंभव हो जाता है। इसलिए आयुर्वेद में कहा गया है कि रात का खाना भी आपको सोने से तीन घंटे पहले कर लेना चाहिए अन्यथा खाना पचने में बाधा पड़ती है, हार्ट बर्न की समस्या के साथ-साथ गैस का फार्मेशन भी होने लगता है जिससे बेचैनी फैलती है और नींद गायब हो जाती है और यदि आप कोई उत्तेजक पदार्थ जैसे स्पाइसी फूड्स, वसायुक्त खाना या एसिडिक खाना या कुछ नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं तो आपके पाचन के साथ-साथ आपके नींद को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। इसलिए हमने सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में आयुर्वेदिक एवं आधुनिक खोज के अध्ययन को भी समाहित किया है।

शराब या कैफीनयुक्त पेय पदार्थ जैसे चाय या कॉफ़ी आदि आपके ाड़नोसिन रिसेप्टर से जुड़कर उन संकेतों को रोकता है जो आपके नींद आने में आपको मदत करने वाले हैं। और अगर आप इन उत्तेजक पदार्थों को सोने से पहले लेंगे तो ये आपके नींद को निश्चित रूप से बिगड़ देगा। इसलिए इन आदतों को धीरे-धीरे छोड़ते जाना चाहिए। सवाल केवल सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को फॉलो करने का ही नहीं है बल्कि आपको सुन्दर और खूबसूरत जीवन को जीने का भी है। इसे नजरअंदाज करना जीवन गवाने जैसा है।

6. मोबाइल, लैपटॉप आदि जैसे गैजेट्स के साथ समय गुजारना :-

अगर आप जीवन में बदलाव चाहते हैं तो सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को अपनाना न केवल आपके हित में है बल्कि आपके संतति भी इन्ही रास्तों को अपनाएंगे। एक अध्ययन से पता चला है कि 70 प्रतिशत लोग रात्रि में सोने के पहले स्क्रीन के सामने अपना समय गुजरते हैं। चाहे वो मोबाइल या लैपटॉप का प्रयोग कर रहे हों या फिर सोशल मीडिया या गेम पर अपना समय गुजार रहे हों। इससे पड़ने वाले प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इन उपकरणों से निकलने वाला ब्लू लाइट मस्तिष्क में हार्मोन्स के स्तर को प्रभावित करते हैं और इसके कई घातक परिणाम अभी सामने आये हैं जैसे कि मस्तिष्क अतिउत्तेजित हो जाता है और आप नींद की गहराई तक नहीं पहुंच पाते हैं; स्वप्नों कि संख्या बढ़ जाती है, जिससे सुबह मन बोझिल सा रहता है। जिससे आपके अंदर उठने का विचार तक नहीं आ पाता है। सोने कि अवधि घट जाती है जिससे आप खुद को सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को अपनाने में अक्षम पाते हैं । हमें इसका विकल्प ढूँढना चाहिए ताकि इस ब्लू लाइट से खुद को बचा सकें। जैसे आप मैडिटेशन या मसल्स रिलैक्स करने का योग कर सकते हैं या फिर बुक्स पढ़ सकते हैं ।

7. दोपहर की छोटी झपकियाँ :-

दिन के दौरान 15 से 20 मिनट्स की झपकी आपके सामान्य स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। एक अध्ययन में बताया गया कि वयस्कों के लिए छोटी सी झपकी थकान को कम कर सकती है, सतर्कता बढ़ा सकती है और प्रदर्शन में सुधार कर सकती है, साथ ही कई अन्य फायदे भी हैं। इन सभी लाभों के होने से आपको बेहतर नींद और अधिक आराम पाने में मदद मिल सकती है, जिससे आप सूर्योदय से पहले जाग सकेंगे। इन सब के आलावा आपको कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए जैसे कि आपको 3 बजे के बाद नहीं झपकी लेनी चाहिए, आप तभी झपकी लें जब आप थके हों, आपको शांत और अँधेरे वातावरण में झपकी लेना चाहिए ।सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को अगर आप अमलीजामा पहनाना चाहते हैं तो आपको झपकी लेने की कला को भी विकसित करना होगा। कुछ देशो में अपने ऊर्जा को बढ़ाने के लिए छोटी सी झपकी का बहुत ही आम प्रचलन है।

8.अपने सोने और जागने के शेडूल में धीरे-धीरे बदलाब :-

सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में से यह उपाय बहुत ही कारगर उपाय है। आपको खुद को फुसलाना है। अगर इस स्टेज का पालन कर रहे हैं इसका मतलब है कि आप खुद को बदलने के लिए दृढ़संकल्प हैं। इस स्टेज में आपको बहुत ही धैर्य की जरुरत पड़ेगी। सर्वप्रथम आपको अपने जागने और सोने के शेडूल में 15 मिनट का बदलाब करना होगा। जैसे अगर आप सुबह 8 बजे उठते हैं तो आपको अब उठना है 7:45 पर और अगर सोते हैं 11 बजे रात को तो अब आपको 10:45 में सोना है। इसमें धीरे-धीरे बदलाव करना होगा जैसे 7 दिन बाद आपको इस 15 मिनट्स के समय को 30 मिनट्स में बदल दें फिर 45 मिनट। इसी तरह आप अपने जागने और सोने के समय को अपने मन मुताबिक बदल सकते हैं । ज्यादातर लोग इसी विधि का प्रयोग कर अपने मिशन में सफल हो रहे हैं ।

9. खुद को मोटीवेट करने के उपाय ढूंढें :-

सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके में से अगर सबसे कारगर कोई उपाय मौजूद है तो वह है खुद में बदलाव ; सबसे पहले अपने आप को मोटीवेट करो तब सफलता आपके हाथ लगने से कोई नहीं रोक सकता है। खुद को कारण दीजिये कि मुझे ऐसा क्यों करना चाहिए। खुद को इसके फायदे बताईये। और सबसे बड़ी बात कि आप सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को दिल से चाहना शुरू कर दीजिये तो आपको सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है।

सारांश :-

अंत में, एक अनोखी और सरल विधि सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाकर हमारे प्रत्येक दिन के दृष्टिकोण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला जा सकता है। इस पोस्ट में साझा की गई नौ अलग-अलग विधियाँ उन लोगों के लिए प्रेरणा का काम करती हैं जो अपनी सुबह की ताज़ा शुरुआत चाहते हैं। चाहे वह दोपहर कि झपकियों को अपनाना हो, सोने जागने की गतिविधियों को शामिल करना हो, या नींद को अनुकूलित करने की रणनीतियों को अपनाना हो, या सम्पूर्ण रूप से सुबह उठने के 9 यूनिक तरीके को अपनाना हो। मुख्य बात यह खोजने में निहित है कि व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के साथ सबसे अच्छा क्या मेल खाता है। सुबह की एक ऐसी रस्म बनाने का सचेत प्रयास करके हम अपने जीवन के मूल्यों को अपने अनुरूप कर सकते हैं। हम आने वाले दिन के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार कर सकते हैं। बेस्ट ऑफ़ लक

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