खुजली के बेचैनी से निजात पाएं; अपनाएँ 14 घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगा आराम Home Remedies for Instant Itching

खुजली होना एक सामान्य रोग है,फिर भी खुजली के बेचैनी से निजात का आसान रास्ता नहीं सूझता है। जिस भी व्यक्ति को खुजली होता है वो अपने त्वचा को खुजलाते-खुजलाते इतना परेशान हो जाता है कि खुजली वाले स्थान पर त्वचा छील कर लाल हो जाता है, कई बार खून और सफ़ेद पानी जैसा तरल पदार्थ निकलने लगता है। ऐसी स्थिति में हम चाहकर भी खुद को खुजलाने से नहीं रोक पाते हैं। मन भिन्ना (Irritate) जाता है। क्या करें क्या ना करें समझ ही नहीं आता है। हज़ार लोग हज़ार तरह की बातें बताते हैं।

हम इस लेख में खुजली के बेचैनी से निजात पाने के हर उस संम्भव घरेलु उपाय पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जो दीर्घकालीन फायदे के साथ-साथ तुरंत आराम दिलाने में कारगर सिद्ध हों। कोई जरुरी नहीं कि हर बार खुजली आपके त्वचा के संक्रमण, एलर्जी या सूखी (शुष्क) त्वचा की वजह से पैदा हुआ हो। कई बार यह किसी अन्य बिमारियों का लक्षण मात्र भी हो सकता है। क्या आप भी खुजली से परेशान हैं और समाधान ढूंढ रहे हैं?

आयुर्वेद के अनुसार सभी बीमारियाँ मुख्यतः तीन दोष वात, पित्त और कफ में किसी न किसी असुंतलन होने की वजह से पैदा होती है। और खुजली वात और कफ में सन्तुलनहीनता की वजह से उत्पन्न लेती है। खुजली के बेचैनी से निजात पाने के कई अन्य कई उपायों में घरेलु उपचार प्रभावित जगह पर बहुत तेजी से कार्य कर आराम प्रदान करता है; साथ ही साथ वात, पित्त और कफ जैसे दोषों में आगे चलकर राहत प्रदान करने वाला होता है। नीचे बताये गए खुजली के बेचैनी से निजात पाने के सारे विधियों में काम आने वाले सामग्री आपको आसानी से आपके किचन या आसपास के दुकानों में मिल सकता है।

Table of Contents

खुजली (Itching) को प्रुरिटस के नाम से भी जाना जाता है। और इस खुजली भरे स्किन के कई कारण हो सकते हैं जिसे समझे बिना खुजली के बेचैनी से निजात पाना संभव नहीं है। प्रमुख कारण कुछ इस प्रकार हैं:

त्वचा की स्थिति:

शुष्क त्वचा (ज़ेरोसिस) आपकी खुजली को भड़का देता है। एक्जिमा में शरीर में खुजली होनी लगती है। इसके अलावा सोरायसिस, परजीवी, कीड़े के काटने के कारण त्वचा में खुजली देखने को मिलती है और पित्ती जैसी स्थिति में भी खुजली होती है।

आतंरिक रोग:

पूरे शरीर पर खुजली किसी अंतर्निहित बीमारी का लक्षण हो सकती है, जैसे कि किडनी के रोग, लिवर की बीमारी, खून की कमी, मधुमेह, थायरॉयड के आलावा कुछ प्रकार के कैंसर भी हो सकते हैं।

नस सम्बंधित बीमारी:

कुछ नस सम्बंधित बीमारियां जैसे कि मल्टीपल स्केलेरोसिस, नसों का दबना,और दाद आदि के कारण खुजली हो सकते हैं ।

मनोरोग की स्थितियों में:

खुजली के बेचैनी से निजात पाने में मनोरोगों को समझने और उसके प्रॉपर इलाज करके हल पाया जा सकता है। कई बार कुछ रोग जैसे कि अवसाद, ऑब्सेसिव-कम्पलसिव डिसऑर्डर, एवं विभिन्न प्रकार की चिंताएं खुजली को जन्म दे देती है।

एलर्जिक रिएक्शन:

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के कई बार ऐसे तत्व शामिल होते हैं जिसके बारे हम अक्सर अनभिज्ञ होते हैं। अलग-अलग व्यक्तियों के एलर्जी का कारण अलग-अलग वस्तुएं हो सकती हैं। कुछ को धूल से एलर्जी होती है तो किसी को वूलेन क्लोथ्स, साबुन, कोई केमिकल, परफ्यूम, कोई खास दवाईयों से होती है। तो कभी कुछ विशेष प्रकार के पौधों से एलर्जी होती है। कुछ लोग हेयर कलर, कुछ तरह के भोजन से भी खुजली के रिएक्शन को झेलते हैं।

पर्यावरणीय बदलाव:

पर्यावरण सम्बंधित कई कारक आपके खुजली को उकसाती है। जैसे कि वायु प्रदूषण, धूल-मिटटी, मौसम में बदलाव, बहुत देर धुप में रहने से एवं ठंढे मौसम में त्वचा के सुख जाने से भी खुजली पनपती है।

अन्य कारण:

केमिकलयुक्त सौन्दर्य उत्पादों से, आहार में वसा वाले पदार्थों की कमी से, धूम्रपान से, सर्दियों में इनडोर हीटिंग से, बाल के जुओं से, किसी खास प्रकार के गहने से, मोठे कपडे से भी खुजली हो सकती है।

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए कुछ प्रभावी और असरकारक उपचार नीचे दिए जा रहे हैं। इनमें से कुछ उपाय तुरंत आराम देती है तो कुछ थोड़ा समय लेती है। घरेलु उपचार लेने से खासकर आर्गेनिक पदार्थों से बनी औषधि का कोई नेगेटिव प्रभाव नहीं होता है।

एलोवेरा:

खुजली के बेचैनी से निजात पाने की बात हो और एलोवेरा की चर्चा न हो ये कैसे संभव है। यह विभिन्न प्रकार के औषधियों से भरपूर लसलसा पदार्थ ऐसे भी बहुत लोगों के लिए मॉइस्चराइजर के रूप में काम आता है।

  • सेवन करें : सुबह खाली पेट 20-25 मि.ली. एलोवेरा का जूस पीने से सभी प्रकार के त्वचा के रोग एवं खुजली से राहत (khujli ka gharelu upay) मिलती है।
  • Gel से रूप में उपयोग: एलोवेरा के गूदे को निकालकर और इसे जेल के रूप में त्वचा पर लगाएं और जब यह पूरी तरह से सुख जाय तो गरम पानी से धो लें। इससे आपकी त्वचा मुलायम और खुजली से मुक्त रहेगी।

नारियल तेल:

नारियल तेल त्वचा संक्रमण को दूर करने का सबसे असरदार उपाय माना गया है, खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए सदियों से इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है। ध्यान रहे जम जाने वाले नारियल तेल का ही उपयोग करें।

  • नारियल तेल में एंटीबैक्‍टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो खुजली, त्वचा के संक्रमण और स्किन रैशेज की समस्या से बहुत जल्द राहत दिलाता है।
  • इसके अलावा नारियल तेल एक नेचुरल माइश्चराइजर है। ये त्वचा में फिलाग्रिन (एक तरह का प्रोटीन) की मात्रा को बढ़ाता है। जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है और पीएच भी बरकरार रहता है।
  • खुजली की समस्या दूर करने के लिए नारियल के तेल में थोड़ा सा कपूर मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। अगर आप इसका तत्काल राहत चाहते हैं तो सोने के पहले और नहाने के बाद अवश्य इस्तेमाल करें।

कोलाइडल दलिया (ओटमील बाथ) (colloidal oatmeal in Hindi):

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए सदियों से ओटमील बाथ का इस्तेमाल किया जाता रहा है। ओटमील जई से प्राप्त एक प्रकार का दलिया है जिसे खाद्य पदार्थ के रूप में सेवन किया जाता है। इसे बारीक पीसकर इसमें पानी मिला कर दूधिया घोल तैयार कर लिया जाता है जिसे एग्जिमा और स्किन के जलन को दूर करने में काम आता है। असल में दलिया (ओटमील) में एवेनथ्रामाइड्स नामक एक कंपाउंड पाया जाता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसलिए इसका प्रयोग त्वचा शोधन के लिए किया जाता है।

ओटमील के पेस्ट को खुजली और जलन वाले स्थान पर प्रयोग कर काफी राहत पा सकते हैं। प्राचीन मिश्र में ओटमील बाथ का प्रचलन था। आज भी लोग खुजली से छूटकर के लिए ओटमील बाथ का प्रयोग करते हैं।

गिलोय से खुजली में राहत:

वैसे तो गिलोय ज्वरनाशक औषधि है पर इसका इस्तेमाल खुजली और त्वचा व्याधियों से राहत पाने में भी किया जाता रहा है।

बेकिंग सोडा (Baking Soda for itching treatment):

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। नहाने के पानी में 1 कप बेकिंग सोडा मिला कर स्नान कर लें। या फिर दो चम्मच बेकिंग सोडा का पानी के साथ लेप बनाकर प्रभावित जगह पर अप्लाई करें। कुछ ही समय में राहत मिलेगी।

आम के पेड़ की छाल से खुजली के बेचैनी से निजात

25 ग्राम आम के पेड़ की छाल के साथ 25 ग्राम बबूल के पेड़ की छाल को एक लीटर पानी में उबाल लें। जब यह आधा रह जाय तो इस पानी से खुजली वाली जगह पर भाप लें।  इसके बाद इस जगह पर शुद्ध देशी घी लगाएं। 

तुलसी से खुजली में राहत (Tulsi: Home Remedies for Itching)

तुलसी में भी औषधीय गुण होते हैं. तुलसी के पत्तों का सेवन करने और तुलसी के 5-6 पत्तों का पेस्ट को नारियल तेल में मिलाकर उसे एलर्जी वाली जगह लगाने से फायदा होता है।

सेब के सिरके से खुजली में आराम (Apple Vinegar for itching)

सेब का सिरके में भी एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो खुजली के बेचैनी से निजात दिलाने में कारगर होते हैं। साथ ही सेब के सिरके में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुण, इसे खुजली विरोधी बनाते हैं। खुजली वाली जगह पर रुई की हेल्प से सेब का सिरका लगाने से फायदा मिलता है।अगर आपके पूरी बॉडी में खुजली की समस्या है तो आप नहाने के पानी में एक कप सिरका मिलाकर स्नान करें।

नींबू से खुजली के बेचैनी से निजात

नींबू में साइट्रिक और एसिटिक एसिड होता है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण भी मिलते हैं। इसके रस को खुजली वाले स्थान पर लगाने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। यह खुजली से आराम दिलाता है।

नीम खुजली के बेचैनी से निजात दिलाता है (Benefits of Neem):

नीम के हरेक भाग औषधीय गुणों गुणों से भरपूर है। इसका कड़वापन इसे कई गुण प्रधान करता है। यह रक्तविकार को ठीक कर चर्मरोग और खुजली को ठीक करता है। इसके छाल फोड़े-फुंसियों को मिटाने के काम आते हैं। यह दाद और कोढ़ जैसे चर्म रोगों में भी काफी सहायक होता है।

चन्दन; खुजली में सहायक:

चंदन के प्रयोग से आप खुजली में राहत पा सकते हैं। चंदन को पानी के साथ घिसकर पेस्ट बना लें और त्वचा पर लगाएं। इससे खुजली ठीक होती है। साथ ही चंदन के तेल में निम्बू के रस तथा कपूर मिला कर लगाने से खुजली ठीक हो जाती है।

बर्फ से सिकाई

अगर आपको बहुत ज्यादा खुजली हो रही है तो इस खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए आप किसी सूती कपडे में बर्फ के टुकड़े डालकर प्रभावित जगह पर सिकाई करें। ठंडी सिकाई से खुजली के साथ-साथ सूजन में भी बहुत आराम मिलता है।

हल्दी ( Turmeric: Home Remedy for Itching)

हल्दी और नीम के तेल का पेस्ट तैयार करें। यह खुजली के बेचैनी से राहत से निजात पाने में इसका पेस्ट बहुत ही असरकारक है। इस पेस्ट को खुजली वाली जगह पर लगाएं; सुख जाने पर धो लें, आपको आराम महसूस होगा। 

लौंग का तेल (Clove Oil: Home Remedy for Itching)

खुजली के दौरान उठ आये छोटे-छोटे दानें और खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए लौंग तेल का इस्तेमाल नारियल तेल में मिलकर कर सकते हैं। इसे डायरेक्ट स्किन पर लगाने पर ज्यादा जलन होती है। यह एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट होता है। खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए पतंजलि योगपीठ के इस वेबसाइट पर जाएँ।

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए बहुत जरुरी है कि अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो आपके अंदर संक्रमण पैदा होने से रोकता है। वहीँ दूसरी और कुछ खाद्य पदार्थ आपके अंदर एलर्जी पैदा होने का कारण बनता है। यह पहचानना हमारे लिए आवश्यक है कि कौन सा खाद्य पदार्थ खुजली होने के कारण बनता है और व्यक्ति विशेष पर सूट करता है । जैसे कि ओल किसी के लिए एलर्जी पैदा करता है और जी मिचलाने लगता है; जबकि कुछ लोग इसे बड़े ही चाव से कहते हैं और उन्हें कुछ भी नहीं होता है।

केला:

केला, पोटासियम, मॅग्नेशियम और विटामिन सी से भरपूर फल है। जो ऊर्जा के साथ-साथ एक केमिकल जो हिस्टामिन की मात्रा को कम करता है। यह केमिकल शरीर में एलर्जी के कारक हैं। इसको खाने से हिस्टामिन की मात्रा कम होती है और खुजली कम हो जाती है।

बेरी:

खुजली के दौरान आप ज्यादा मात्रा में बीओफ्लैवनॉइड युक्त बेर खाएं जो शरीर के खुजलाहट को कम करता है. जैसे की ब्लू बेरी आदि

ताज़ी हरी सब्जियाँ:

ताजी हरी सब्जियाँ हरेक दृष्टिकोण से हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है। यह कई पोषक तत्व के साथ एंटी ऑक्सीडेंट देता है जो खुजली को कम करने में सहायता करता है। परवल का साग, टमाटर, नींबू का रस आदि का सेवन भी लाभकारी होता है।

विभिन्न प्रकार के बीज:

खुजली के बेचैनी से निजात पाने में विभिन्न प्रकार के बीज लाभदायक होते हैं। यह फैटी एसिड युक्त बीज एग्ज़ीमा और त्वचा के अन्य खुजली को समाप्त करने में सहायक होता है। जैसे कि फ्लेक्स, कद्दू और सूरजमुखी के बीज।

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए खुजली के मरीजों को क्या न खाएं ज्यादा महत्वपूर्ण होता है वजाय इसके कि क्या खाएं। क्योंकि परहेज ही इस बीमारी का निदान है।

खट्टे खाद्य पदार्थ से बचें

आयुर्वेद विशेषज्ञों का मानना है कि खट्टे खाद्य पदार्थ शरीर में पित्त को बढ़ावा देते हैं। शरीर में पित्त की ज्यादा मात्रा रक्त को अशुद्ध करती है। परिणामस्वरूप स्किन से संबंधित बीमारियों को बढ़ावा मिल सकता है। आचार वैगेरह को बिलकुल ही बंद कर दें तथा खट्टे फल सब्जियों की मात्रा कम कर दें, जबतक कि खुजली पूरी तरह से समाप्त न हो जाय। और इस पित्त कि वजह से आपके अंदर गंदगी बढ़ने लगती है।

तिल:

तिल की अधिकता से पाचन तंत्र में असुंतलन पैदा होता है, जिससे शरीर में टोक्सिन बढ़ने लगता है जो अंततः स्किन रोग पैदा कर सकता है। त‍िल का सेवन करने से रैशेज (छोटी लाल दाने) की समस्‍या बढ़ सकती है। बाजार में म‍िलने वाली ब्रेड, नान, जैसे खाद्य पदार्थों में भी ति‍ल डाला होता है जो खुजली की समस्या पैदा कर सकता है। अगर आप खुजली के बेचैनी से निजात पाना चाहते हैं तो इन चीजों का सेवन से बचें।

गुड़ का सेवन:

आयुर्वेद के हिसाब से गुड़ गर्मी पैदा करता है। इसकी अधिकता में सेवन शरीर में गंदगी को बढ़ता है जो अंततोगत्वा खुजली का कारण बन सकता है। गर्म तासीर की वजह से गुड़ रक्त की अशुद्धि को बढ़ने का काम करता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स:

जिस भी पदार्थ के पाचन में लम्बा समय लगे जैसे की दूध या दूध से बनी हुयी चीजें दही, मक्खन, पनीर आदि की अधिकता आपके स्किन को कई तरह से नुकसान पहुँचाने के कारक बन सकते हैं।

अंडा और मछली का सेवन:

अगर आप खुजली के बेचैनी से निजात पाना चाहते हैं खासकर आपको स्‍क‍िन रैशेज हों तो अंडे का सेवन से बचें। शरीर की इम्‍यून‍िटी, अंडे में पाए जाने वाले प्रोटीन के साथ र‍िएक्‍ट कर सकती है और खुजली पैदा कर सकती है। ज‍िन लोगों को एक्‍ज‍िमा की बीमारी हों उन्‍हें मछली का सेवन करने से बचनी चाहिए। खुजली में है आपको क‍िसी भी प्रकार की मछली का सेवन नहीं करना चाह‍िए।

गेहूं की अधिकता से बचें:

गेहूं में ग्‍लूटन पाया जाता है ज‍िससे खुजली की समस्‍या बढ़ सकती है इसल‍िए इसको अवॉइड ही करें या कम से कम प्रयोग करें। खुजली होने पर गेहूं से बनने वाली चीजें जैसे ब्रेड इत्यादि को अवॉइड करें।

मूंगफली (Avoid Peanuts in itching):

अगर आपको खुजली की समस्‍या है और खुजली के बेचैनी से निजात चाहते हैं तो आपको मूंगफली का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए। इस दौरान आपको मूंगफली का तेल या बटर भी नहीं खानी चाह‍िए। मूंगफली के कारण आपको खुजली, सूजन, अपच की समस्‍या हो सकती है।

नट्स ( सूखे मेवे) को ना कहें:

खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए सूखे मेवे खासकर काजू, बादाम और अखरोट के किसी भी प्रकार के उपयोग से बचें। इनसे बनने वाले तेल, बटर, आटे या दूध का सेवन भी ना करें।

मसालेदार-जंक फूड से बचें:

जो भी खाद्य पदार्थ पचने में समय लेता हो उसके सेवन से त्वचा के रोगियों को बचना चाहिए। खुजली और सूजन की समस्या से परेशान व्यक्तियों के लिए मसालेदार और जंक फूड्स इसी तरह का खाना है।

कुछ ऐसे कार्य हैं जिनसे परहेज आपको खुजली के बेचैनी से निजात पाने में आपको सहायता पहुंचाएगी।

  • गर्म पानी के स्नान से बचें और अत्यधिक गर्म रूम में रहने से बचें साथ ही खुजली के दिनों में मोटे कपडे पहनने से बचें।
  • खुजली वाले स्थान पर खरोंच से बचें नहीं तो यह बड़े घाव में रूपांतरित हो सकता है। इसके लिए आप अपना नाख़ून काट कर रखें तथा रात में दस्ताने पहन कर रखें।
  • खुजली के दौरान किसी भी तनाव को अपने आसपास न फटकने दें, खासकर खुजली के बारे ज्यादा चिंतित न हों।

निष्कर्ष:

इस विशेष लेख का संक्षेप करते हुए, यह कहा जा सकता है कि खुजली के बेचैनी से निजात पाने के लिए घरेलू उपायों का अनुसरण करना एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका हो सकता है। ये 14 उपाय न केवल आराम प्रदान कर सकते हैं, बल्कि ये स्वास्थ्य की दिशा में एक नया कदम हो सकता है। धूप में समय बिताना, नींबू का उपयोग करना और सही पोषण का ध्यान रखना बहुत ही महत्वपूर्ण है। इन सरल उपायों को अपनाने से व्यक्ति त्वचा समस्याओं से निजात पा सकता है और एक स्वस्थ जीवनशैली की दिशा में कदम बढ़ा सकता है।अगर आप निरंतर त्वचा रोग से पीड़ित रहते हैं तो आपके लिए DIP डाइटिंग काफी लाभदायक हो सकता है

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